अजीत सिंह शेखावत 31 जुलाई को राजस्थान के नए पुलिस महानिदेशक (DGP) बने हैं। इस पद के लिए ये सरकार की पहली पसंद थे। हालांकि, इसी नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। सोमवार को मनोज भट्ट रिटायर हुए तो शाम तक सरकार ने प्रदेश की पुलिस को नया मुखिया दे दिया। नए डीजीपी के लिए डीजी जेल अजीत सिंह, सुधीर प्रताप सिंह, ओपी गल्होत्रा के नाम चर्चा में थे। डीजीपी जेल अजीत सिंह शेखावत इससे पहले डीजी जेल थे। अजीत सिंह 1982 बैच के हैं अधिकारी हैं। इससे पहले कहा जा रहा था कि राजपूत कम्युनिटी में भाजपा को लेकर नाराजगी है, उस नाराजगी को दूर करने और राजनीतिक लाभ के लिए अजीत सिंह शेखावत को मौका दिया जा सकता है औऱ अब उन्हें डीजीपी बना दिया गया।
वर्तमान महानिदेशक पुलिस श्री मनोज भट्ट भी 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हुए, इस अवसर पर पुलिस मुख्यालय में आयोजित भव्य समारोह में परम्परागत रस्म अदा करते हुए पुलिस अधिकारियों एवं जवानों ने उनकी कार को रस्सों से खींचकर भावभीनी विदाई दी। पुलिस महानिदेशक ने अपने विदाई समारोह में उपस्थित पुलिस अधिकारियों एवं कार्मिकों को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान पुलिस पर देश प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। मुझे गर्व है कि पुलिस महानिदेशक के पद पर रहते हुए मैंने अपने दायित्वों को पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाने का प्रयास किया। उन्होंने अपनी 36 साल की सेवाकाल के अनुभव साझा करते हुए बताया कि पुलिस विभाग के सभी अधिकारियों ने मेरे साथ हमेशा दोस्ताना एवं सहयोगात्मक व्यवहार निभाया है,इसके लिये मै उनका हद्य से आभारी हूॅं। उन्होंने राजस्थान पुलिस के इतिहास और परम्परा को गौरवशाली बताया।
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